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संसद में यात्री ट्रेनों की सुविधाएं बढ़ाने सांसद ने उठाया मुद्दा

0 बंद पड़ी ट्रेनों व नए ट्रेनों को चलाने रेल मंत्री से की मांग
0 लदान साय-साय और यात्री ट्रेनों की दुर्दशा पर उठाए सवाल

कोरबा लोकसभा क्षेत्र की सांसद ज्योत्सना चरणदास महंत ने सोमवार को संसद के मानसून बजट सत्र के दौरान कोरबा संसदीय क्षेत्र की रेल सुविधाओं को लेकर शून्य काल में मुद्दा उठाया और बंद पड़ी ट्रेनों और नई ट्रेनों को चलाने के साथ-साथ यात्री ट्रेनों और स्टेशनों का कार्य प्रगति से कराए जाने को लेकर सवाल उठाए।
सांसद ज्योत्सना महंत ने शून्य काल में कहा कि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के अंतर्गत आने वाला कोरबा जिला रेलवे को सर्वाधिक राजस्व देता आया है और दे रहा है लेकिन यात्री सुविधाओं के मामले में कोरबा संसदीय क्षेत्र को उपेक्षित रखा गया है।
सांसद ने कहा कि कोरबा से चलने वाली यात्री ट्रेनों की लेट-लतीफी और ट्रेनों के रद्द होने से यात्री बेहद परेशान हैं। कोरबा से लंबी दूरी की यात्री ट्रेनों को चलाने के लिए रेल मंत्री को पत्रों के माध्यम से अवगत कराया जा चुका है। बावजूद कोरबा यात्री सुविधाओं को लेकर अपने आप को ठगा महसूस कर रहा है। कोरबा रेलवे स्टेशन का उन्नयन कार्य में प्रगति लाने के साथ-साथ, कोरबा पश्चिम क्षेत्र को जोडऩे वाली गेवरा रेलवे स्टेशन में यात्री ट्रेन व सुविधा शून्य के समान है। कोरबा-गेवरा रोड यात्री ट्रेन पुन: परिचालन किया जाए, कोरबा स्टेशन में पिट लाईन लाईन चालू किया जाए।
नई यात्री ट्रेनों को चलाने के संबंध में सांसद ने कहा कि बीकानेर-कोरबा-बीकानेर द्विसाप्ताहिक खाटू श्यामजी एक्सप्रेस व्हाया चुरू, फतेहपुर शेखावटी, रींगस, जयपुर, कोटा, कटनी एवं बिलासपुर, कोरबा-राउरकेला-कोरबा इंटरसिटी एक्सप्रेस व्हाया चांपा बाईपास, कोरबा से रायगढ़ रूट पर ट्रेन चलाई जाए, तिरूपति-बिलासपुर-तिरूपति को विस्तार कोरबा तक किया जाए जो बिलासपुर में लगभग 32 घंटे तक खड़ी रहती है, छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस का गेवरारोड/कोरबा तक विस्तार किया जाए।
कोरबा संसदीय क्षेत्र के रेलवे स्टेशनों में सुविधा बढ़ाने को लेकर बार-बार अवगत कराने के बाद भी इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। कोरबा संसदीय क्षेत्र का दूसरा हिस्सा एमसीबी जिले में भी यात्री सुविधाओं को लेकर ज्ञापन सौंपे गए हैं, जिसमें प्रमुख रूप से अंबिकापुर से दिल्ली तक सप्ताह में एक दिन ट्रेन चलाई जा रही है जिसे कम से कम तीन दिन किया जाए, रायपुर-अंबिकापुर ट्रेन का स्टापेज बढ़ाने के साथ-साथ इस ट्रेन को रात्रि के साथ-साथ सुबह भी चलाया जाए, अंबिकापुर-दुर्ग यात्री ट्रेन को नागपुर तक चलाये जाने की आवश्यकता है। बहुरीडांड जंक्शन से अंबिकापुर तक डबल लाइन का कार्य को स्वीकृति प्रदान की जाए।

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