Korba : बरपाली की जगह कोरबा ग्रामीण के पीडीएस दुकानों में त्रुटिवश कर दी गई थी 95 क्विंटल चांवल की एंट्री , आंगनबाड़ी केंद्रों के पूरक पोषण आहार कोटे का चावल गायब होने की जांच रिपोर्ट से हुआ खुलासा ,जानें पूरा मामला….
परियोजना के सभी केंद्रों में हितग्राहियों के लिए अन्य मदों से चांवल लेकर संचालित की गई गर्म भोजन ,बाधित नहीं हुई योजना
कोरबा, 09 जुलाई । एकीकृत बाल विकास परियोजना बरपाली के 184 आंगनबाड़ी केंद्रों में पूरक पोषण आहार के कोटे का चावल गायब होने ,5 हजार बच्चों की थाली में उधार का चावल होने संबंधी दावों शिकायतों की जांच रिपोर्ट आ गई है। लिपिकीय त्रुटि के कारण पोर्टल में ऑनलाइन इंट्री करते समय त्रुटिवश आबंटन कोरबा ग्रामीण परियोजना की दुकानों में दर्ज कर दिया गया। कार्यकर्ताओं द्वारा अन्य मद से चावल का उपयोग कर पूरक पोषण आहार सुचारू रूप से संचालित किया गया। गर्म भोजन किसी भी प्रकार से बाधित नहीं हुआ है। त्रिसदस्यीय जांच दल के कलेक्टर को सौंपे गए प्रतिवेदन में यह वास्तविकता सामने आई है। इस रिपोर्ट के बाद वे सभी दावे खारिज हो गए जो पूरक पोषण आहार के कोटे के चावल की अनियमितता की बात पर बल दे रहे थे।
यहां बताना होगा कि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित एकीकृत बाल विकास परियोजना बरपाली के 184 आंगनबाड़ी केंद्रों में पूरक पोषण आहार के कोटे का चावल गायब होने ,5 हजार बच्चों की थाली में उधार का चावल होने संबंधी अपुष्ट दावों मीडिया में प्रकाशित खबरों ने कोरबा सहित पूरे प्रदेश में खलबली मचाई थी। स्वयं विभागीय मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने इसकी पूरी रिपोर्ट ली थी। वहीं जिले में कलेक्टर अजीत वसंत ने संजीदगी दिखाते हुए तत्काल 3 सदस्यीय जांच समिति गठित कर प्रकरण में जांच के आदेश दिए थे।जांच दल में खाद्य अधिकारी ,जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग एवं जिला प्रबंधक खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम कोरबा शामिल थे। जांच दल को 3 दिवस के भीतर जांच कर प्रतिवेदन सौंपने का आदेश दिया गया था । कलेक्टर को सौंपे गए जांच प्रतिवेदन के अनुसार एकीकृत बाल विकास परियोजना बरपाली के अंतर्गत 184 आंगनबाड़ी संचालित है । एवं पूरक पोषण आहार योजना के तहत गर्म पका भोजन का वितरण 76 स्व सहायता समूहों के माध्यम से किया जाता है । विभाग द्वारा शासन से प्राप्त चांवल के अनुसार प्रत्येक तिमाही को चांवल का इंद्राज खाद्य विभाग के वेबसाईट में किया जाता है। जिसके आधार पर पर्यवेक्षकों द्वारा कूपन के माध्यम से आगंनबाड़ी कार्यकर्ताओं को उठाव हेतु निर्देशित किया जाता है। जिला कार्यालय से प्रथम त्रैमास हेतु चांवल का आबंटन माह -मई 2024 में आबंटन जारी किया गया।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा उचित मूल्य की दुकान पर सम्पर्क किए जाने पर चांवल का आबंटन प्राप्त नहीं होने की जानकारी दी गई। माह जून में परियोजना के 39 पंचायत में से 5 पंचायत से चावल का उठाव किया गया है । पर्यवेक्षकों द्वारा जानकारी दी गई कि फॉलोअप लेने पर पीडीएस संचालनकर्ताओं द्वारा पूरक पोषण आहार चांवल प्राप्त नहीं हुआ है बताया गया। कार्यकर्ताओं द्वारा अन्य मद से चावल का उपयोग कर पूरक पोषण आहार सुचारू रूप से संचालित किया गया। गर्म भोजन किसी भी प्रकार से बाधित नहीं हुआ है।
बरपाली की जगह कोरबा ग्रामीण परियोजना की दुकानों में कर दिया गया एंट्री
जांच दल के समक्ष प्रकरण की
जांच किए जाने पर यह तथ्य सामने आया कि बरपाली परियोजना की 28 दुकानों में प्रदाय आबंटन शून्य प्रदर्शित हो रहा है । जबकि विभाग द्वारा 95.50 क्विंटल चांवल की एंट्री किया गया है । सूक्ष्म रूप से पोर्टल में की गई एंट्री की जांच में पाया गया कि त्रुटिवश आबंटन कोरबा ग्रामीण परियोजना की दुकानों में दर्ज कर दिया गया है। अंतर की मात्रा 68 क्विंटल चांवल कोरबा ग्रामीण परियोजना में प्रदाय भी कर दिया गया है। वर्तमान में एंट्री द्वितीय त्रैमास का चांवल प्राप्त हुआ है । उक्त आबंटन में से बरपाली परियोजना में चांवल प्रदाय किया जाएगा।