छत्तीसगढ़: रिश्वत लेते SDM गिरफ्तार, घर से कई दस्तावेज बरामद; ACB ने 3 कर्मचारियों को भी पकड़ा; जमीन विवाद मामले में मांगे थे 50 हजार
अंबिकापुर । सरगुजा में रिश्वत लेने के आरोप में उदयपुर SDM बीआर खांडे समेत उनके अधीनस्थ तीन कर्मचारियों को ACB ने गिरफ्तार किया है। एसीबी उन्हें आज कोर्ट में पेश करेगी। शुक्रवार को गिरफ्तारी के बाद ACB की टीम SDM को साथ लेकर उनके गांधी चौक स्थित निवास पहुंची और दो बंडल दस्तावेज जब्त किए।
दरअसल, आरोपियों ने जमीन विवाद से जुड़े विचाराधीन मामले में फैसला सुनाने के लिए प्रार्थी से 50 हजार रुपए मांगे थे। जानकारी के मुताबिक, SDM कोर्ट में ग्राम जजगा निवासी कन्हाई राम बंजारा का जमीन विवाद से जुड़ा मामला विचाराधीन है। कन्हाई राम की जजगा स्थित तीन भूमि रकबा क्रमांक 0.251, 0.635 और 0.243 हेक्टेयर भूमि उसके और परिवार के सदस्यों के नाम पर दर्ज है।
उसके बड़े पिता (ताऊ) ने जमीन केवल अपने नाम दर्ज कराने के लिए तहसील में आवेदन दिया था। तत्कालीन तहसीलदार उदयपुर ने केस में कन्हाई राम के बड़े पिता सहित अन्य के नाम पर राजस्व रिकॉर्ड दुरुस्त करने का आदेश 21 सितंबर 2022 को दिया था। इस पर कन्हाई राम के बड़े पिता ने SDM कोर्ट में अपील कर दी।
क्लर्क धरमपाल पर SDM के कहने पर रिश्वत की रकम लेने का आरोप है।
पक्ष में फैसला सुनाने के लिए मांगी रिश्वत
आरोप है कि मामले में SDM बीआर खांडे ने कन्हाई राम से उसके पक्ष में फैसला देने के लिए 50 हजार रुपए रिश्वत मांगी। इस पर कन्हाई राम ने इसकी शिकायत ACB से कर दी। ACB ने शिकायत मिलने के बाद मामले की जांच की और पुष्टि होने के बाद शुक्रवार को ट्रैप का प्लान किया गया। अंबिकापुर ACB के DSP प्रमोद कुमार खेस के नेतृत्व में टीम उदयपुर भेजी गई।
शुक्रवार शाम करीब 6 बजे कन्हाई राम बंजारा केमिकल लगे नोट लेकर SDM कार्यालय पहुंचा। आरोप है कि SDM ने रिश्वत की रकम क्लर्क धरमपाल को लेने के लिए कहा। धरमपाल ने रुपए लेकर चपरासी अबीर राम को दे दिए। बाद में एसडीएम के निर्देश पर रकम होम गार्ड कवि नाथ सिंह को दे दी गई।
इस दौरान ACB की टीम ने छापा मारा और SDM सहित सभी आरोपियों को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया।
आरोप है कि धरमपाल ने यह रकम चपरासी अबीर राम को दी और उसने नगर सैनिक कवि नाथ सिंह को सौंप दी।
50 डिसमिल जमीन भी लेना चाहता था SDM
SDM भागीरथी खांडे ने 50 हजार की रिश्वत लेने के साथ ही कन्हाई और उसके परिजनों की जमीन पर कब्जे की कोशिश भी की। आरोप है कि SDM ने जजगा में 50 डिसमिल जमीन की बिक्री के लिए पावर ऑफ अटर्नी दो परिचित महिलाओं के नाम करा ली थी। जिससे भविष्य में वह जमीन अपने नाम पर करा सके।
मुस्कुराते हुए निकले SDM
रिश्वतखोरी करते पकड़े गए SDM खांडे के निवास पर जांच के बाद जब ACB की टीम उन्हें लेकर दफ्तर के लिए रवाना हुई तो SDM मुस्कुराते हुए बाहर निकले। उनके चेहरे पर पकड़े जाने की शिकन तक नहीं दिखी। SDM ने अंबिकापुर के साथ लखनपुर और उदयपुर में भी बंगला अलॉट करा रखा है।
दस्तावेजों की जांच में हो सकते हैं और खुलासे
बीआर खांडे लंबे समय से उदयपुर में बतौर SDM पदस्थ हैं। उनका कार्यकाल विवादित रहा है। ACB की टीम घर से मिले दस्तावेजों की जांच कर रही है। SDM ने सीधे रिश्वत की रकम नहीं ली थी, लेकिन ACB के हाथ पावर ऑफ अटर्नी के दस्तावेज भी लगे हैं। दस्तावेजों की जांच में भी गड़बड़ी मिली तो SDM कार्रवाई में उलझ जाएंगे।