कुसमुंडा खदान मे कार्यरत 110 मजदूरों को “जय अंबे कंपनी” ने निकाला काम से, मजदूरों को रोजी-रोटी की समस्या, SECL प्रबंधन पर लगाया सांठगांठ का आरोप
कोरबा, 15 जुलाई I एसईसीएल कुसमुंडा खदान के अधीन कार्यरत जय अंबे निजी कंपनी प्रबंधक ने खदान मे कार्यरत मजदूर 110 कर्मचारियों को बिना सूचना जानकारी व नोटिस दिए बगैर ही मनमानीपूर्वक काम से निकल दिया गया है Iकाम से निकल देने से सैकड़ो मजदूर बेरोजगार हो गए मजदूरों के सामने रोजी रोटी की समस्या आ रही है I
आज जनदर्शन में अपनी शिकायत लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे मजदूरों ने जय अंबे कंपनी प्रबंधक व साइड इंचार्ज अमरदीप दीप मुखर्जी ने अपराधिक प्रवृत्ति व गतिविधियों में संलिप्त पार्षद अमरजीत सिंह का संरक्षण लेकर अमीन मेमन, मिथिलेश बिहारी तथा उनके अन्य ने खदान में घुसकर दादागिरी व मारपीट कर जान से मारने की धमकी देते हुए हम सभी मजदूरों को डरा धमका कर जय अंबे कंपनी से भगा दिया गया हैIजय अंबे कंपनी प्रबंधक ने हम सभी मजदूरों को कंपनी में काम देने से साफ मना कर दिया है I
मामले से मजदूरों ने एसईसीएल कुसमुंडा प्रबंधन को भी अवगत कराया है बावजूद इसके कंपनी संरक्षण दी जा रही है I कुसमुंडा पुलिस थाने मे शिकायत करने बावजूद पुलिस खदान परिसर में बाहरी व्यक्तियों के द्वारा मजदूरों से मारपीट व धमकी दी जा रही है जिस पर पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है I
बता दें कि जय अंबे कंपनी प्रबंधक ने कर्मचारियों की हाजिरी, पी एफ, मासिक पेमेंट में प्रतिमाह भारी भरकम कटौती किया जा रहा है, कलेक्टर जनदर्शन मे सैकड़ो क़ि संख्या मे आए मजदूरों मे जिलाधीश से मिलकर काम से निकाले जाने सहित अन्य मांगो पर ज्ञापन सौपा है, खैर अब देखने वाली बात होंगी क़ि इन मजदूरों को कब तक न्याय मिल पाता है I